मुंबई, 6 मार्च कोरोना वायरस को लेकर चिंता के बीच शुक्रवार को वैश्विक बाजारों में बिकवाली का सिलसिला चलने से यहां बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स में 894 अंक की भारी गिरावट आई। इसके अलावा निजी क्षेत्र के एस बैंक पर नियामकीय अंकुशों से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के दौरान एक समय ।,459 अंक तक नीचे आ गया था। अंत में यह 893.99 अंक या 2.32 प्रतिशत के नुकसान से 37,576.62 अंक पर बंद हुआ इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 279.55 अंक या 2.48 प्रतिशत के नुकसान से 10,989.45 अंक पर आ गया।
भारतीय रिजर्व बैंक ने बृहस्पतिवार को निजी क्षेत्र के यस बैंक पर कई तरह के अंकुश लगाते हुए प्रत्एक खाते पर निकासी की सीमा 50,000 रुपए मासिक तय कर दी। इसके अलावा बैंक के निदेशक मंडल को भी भंग कर दिया गया है। इससे यस बैंक का शेयर 55 प्रतिशत टूट गया। बैंक कोई नया रण नहीं दे सकेगा और न ही पुराने कर्ज का नवीकरण कर सकेगा। इसके अलावा वह किसी तरह का निवेश या किसी तरह के भुगतान की भी अनुमति नहीं दे सकेगा।
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील का शेयर सबसे अधिक छह प्रतिशत नीचे आया। एसबीआई, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक और ओएनजीसी के शेयर भी नुकसान में रहे. वहीं दूसरी ओर बजाज आटो, मारुति और एशियन पेंट्स के शेयरों में लाभ रहा। अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई, हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की दो प्रतिशत से अधिक टूट गए। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार भी नुकसान में थे।
ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 2.54 प्रतिशत के नुकसान से 48.72 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। अंतर बैंक विदेशी विनियम बाजार में रुपया 32 पैसे टूटकर 73.24 प्रति डॉलर पर चल रहा था। (भाषा)