नई दिल्ली, 3 मई (भाषा) उत्तरी कश्मीर के हंदवाड़ा में आतंक-रोधी अभियान के दौरान दो अधिकारियों समेत पांच जवानों के शहीद होने पर रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शोक व्यक्त करते हुए इसे बेहद परेशान करने वाला और दर्द भरा करार दिया। सिंह ने कहा कि जवानों ने आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई में साहस की मिसाल पेश की और उनकी बहादुरी और संघर्ष को हमेशा याद किया जाएगा।
वहीं, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हंदवाड़ा में हुई मुठभेड़ कश्मीर के लोगों की जिंदगियों को सुरक्षित रखने के सुरक्षा बलों के दृढ निश्चय को दर्शाती है।
सेना के अधिकारियों ने कहा आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में कर्नल आशुतोष शर्मा, मेजर अनुज सूद के अलावा नायक राजेश कुमार, लांस नायक दिनेश और जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपनिरीक्षक शकील काजी भी शहीद हो गए। कर्नल शर्मा 21 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग फिसर थे तथा उन्हें कश्मीर में दो बार वीरता पदक से सम्मानित किया जा चुका था।
जनरल रावत ने कहा, आतंकवादियों के खात्मे को लेकर सुरक्षा बलों को उनकी वीरता पर गर्व है। हम इन वीर जवानों को सलाम करते हैं और शोकाकुल परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं।
रक्षा मंत्री ने ट्वीट किया, हंदवाड़ा में हमारे जवानों और सुरक्षाकर्मियों की क्षति बेहद परेशान करने वाली और दर्द भरी है। इन्होंने आंतकवादियों के खिलाफ अदम्य साहस दिखाया और देश सेवा में बड़ा बलिदान दिया। हम इनकी बहादुरी और संघर्ष को कभी भुला नहीं पाएंगे।
सिंह ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने यह भी कहा कि भारत वीर शहीदों के परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।
वहीं, सेना ने एक ट्वीट में कहा कि सेना प्रमुख एमएम नरवणे और बल के सभी रैंक के अधिकारियों ने सेना और पुलिस के जवानों को आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद होने पर श्रद्धांजलि अर्पित की है।