बालाघाट/भोपाल, 03 नवंबर 2025 (भाषा)
मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में 14 लाख रुपये की इनामी महिला नक्सली सुनीता ने आत्मसमर्पण कर दिया है। सुनीता ने एक नवंबर को मध्यप्रदेश पुलिस की नक्सल विरोधी इकाई ‘हॉक फोर्स’ के सहायक कमांडर रूपेंद्र धुर्वे के समक्ष हथियार डाल दिए।
14 लाख रुपये का था इनाम
उन्होंने बताया, ‘‘सुनीता भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की प्रतिबंधित केंद्रीय समिति की सदस्य और रामदेर जोन प्रभारी की सशस्त्र गार्ड थी। उस पर छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा घोषित कुल मिलाकर 14 लाख रुपये का इनाम था। वह छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के भैरमगढ़ तहसील के गोम्वेता गांव की रहने वाली है।’’ इंसास राइफल से लैस सुनीता मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र के गोंदिया जिले और छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव क्षेत्र में सक्रिय थी।
नक्सली आंदोलन से जुडी थी सुनीता
सुनीता वर्ष 2022 से नक्सली आंदोलन से जुड़ी हुई थी और उसने छत्तीसगढ़ के मड इलाके में प्रशिक्षण लिया था।
आत्मसमर्पण करो या कार्रवाई झेलो : मोहन यादव
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस आत्मसमर्पण को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा नक्सलियों को ‘‘आत्मसमर्पण करो या कार्रवाई झेलो’’ की कड़ी चेतावनी का सकारात्मक परिणाम बताया। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मध्यप्रदेश आत्मसमर्पण, पुनर्वास सह राहत नीति 2023 के तहत किसी नक्सली का यह पहला आत्मसमर्पण है। 1992 के बाद यह पहली बार है जब किसी अन्य राज्य के नक्सली ने मध्यप्रदेश सरकार के समक्ष आत्मसमर्पण किया है।’’
उन्होंने यह भी बताया कि पिछले 10 महीनों में मध्यप्रदेश में प्रमुख नक्सलियों पर कार्रवाई की गई जिन पर कुल मिलाकर 1.46 करोड़ रुपये का इनाम घोषित था।
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