मथुरा, श्रीराम जन्म भूमि न्यास एवं श्रीकृष्ण जन्मस्थान न्यास के अध्यक्ष और अयोध्या स्थित मणिराम छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास ने शुक्रवार को कहा कि वर्तमान समय अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के निर्माण के लिए सर्वाधिक अनुकूल है। उन्होंने भरोसा जताया कि उच्चतम न्यायालय जनता की भावना का आदर करते हुए वहां मंदिर निर्माण की अनुमति देगा, जहां रामलला विराजमान हैं।
उन्होंने वृन्दावन के सीताराम मंदिर में संवाददाताओं से कहा, केंद्र में नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार है। यदि अब भी अयोध्या में राम मंदिर नहीं बनेगा, तो आखिर कब बनेगा। राम के जन्म को लेकर किसी सबूत की आवश्यकता नहीं है। जहां रामलला विराजमान हैं, वहीं उनका जन्म हुआ था और उन्होंने बाल लीलाएं की थीं, इसलिए मंदिर भी वहीं बनना चाहिए।
महंत नृत्यगोपाल दास ने कहा, हमें पूरी उम्मीद है कि न्यायालय भी जनता की भावनाओं को समझता है और वह उनकी आस्था का मान रखते हुए राम मंदिर निर्माण के पक्ष में ही निर्णय देगा। ऐसा हमारा मानना है। महंत ने कहा, जनता ने मोदी को राममंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री बनाया है, इसलिए उनका उत्तरदायित्व बनता है कि वह जनता और धर्माचार्यों की भावना का आदर करते हुए अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण कराएं और योगी सरकार भी इसमें पूर्ण समर्थन दे।
उन्होंने कहा, धर्माचार्य भी राममंदिर निर्माण के लिए तैयार हैं। कई बैठकें हो चुकी हैं। धर्माचार्य भी चाहते हैं कि राममंदिर का निर्माण शीघ्र हो। ऐसा विश्वास है कि न्यायालय भी राममंदिर निर्माण के पक्ष में निर्णय देगा।
जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 हटाए जाने का स्वागत करते हुए महंत ने कहा कि मोदी सरकार ने जनभावना के अनुरूप कार्य किया है। इस मुद्दे पर पूरा देश उनके साथ है। उन्होंने श्री कृष्ण जन्मोत्सव समारोह में योगी आदित्यनाथ के शामिल होने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, उनका यह कार्य सराहनीय है। ब्रज के सर्वांगीण विकास के लिए योगी को और अधिक कार्य करने की जरूरत है। (भाषा)