
पुरी, 27 जून — ओडिशा के पुरी में शुक्रवार को भगवान जगन्नाथ की विश्वप्रसिद्ध रथयात्रा का शुभारंभ हुआ। हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और भगवान बलभद्र के रथों को रस्सियों से खींचते हुए श्री गुंडिचा मंदिर की ओर बढ़ाया।
2.6 किलोमीटर की भक्ति यात्रा
श्री गुंडिचा मंदिर, 12वीं सदी के भगवान जगन्नाथ मंदिर से लगभग 2.6 किलोमीटर दूर स्थित है। यह यात्रा हर साल भगवान के भक्तों के लिए विशेष आध्यात्मिक अनुभव लेकर आती है।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी बने सहभागी
राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति, मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी समेत कई गणमान्य व्यक्ति भी रथ खींचने में सम्मिलित हुए। रथ यात्रा का शुभारंभ शाम 4:08 बजे भगवान बलभद्र के ‘तालध्वज’ रथ से हुआ। इसके बाद देवी सुभद्रा का ‘दर्पदलन’ और अंत में भगवान जगन्नाथ का ‘नंदीघोष’ रथ चला।
गूंजे जयकारे, बजे शंख-घंटे
‘जय जगन्नाथ’ और ‘हरि बोल’ के नारे, झांझ-मंजीरे, तुरही और शंखों की गूंज के बीच रथ खींचे गए। पुजारियों ने रथ पर विराजमान देवताओं की पूजा करते हुए उन्हें घेरा।
लाखों श्रद्धालुओं की उपस्थिति
अधिकारियों के अनुसार, इस वर्ष लगभग 10 लाख श्रद्धालु पुरी में एकत्र हुए हैं। रथ खींचने से पहले, पुरी के गजपति महाराज दिव्यसिंह देब ने परंपरागत ‘छेरापहंरा’ (रथों की सफाई) की रस्म अदा की।
‘पहांडी’ रस्म और रथारोहण
इससे पहले, लगभग दो घंटे तक चली ‘पहांडी’ रस्म के तहत देवताओं को मंदिर से रथों तक लाया गया। ‘पहांडी’ संस्कृत के ‘पदमुंडनम’ से लिया गया शब्द है, जिसका अर्थ है धीमे और चरण फैलाकर चलना।
तीनों देवताओं की लकड़ी की प्रतिमाएं बड़ी श्रद्धा से उनके रथों पर स्थापित की गईं। चक्रराज सुदर्शन को सबसे पहले बाहर लाकर देवी सुभद्रा के रथ पर विराजमान किया गया।
शंकराचार्य ने किए दर्शन
गोवर्धन पीठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती भी व्हीलचेयर पर रथों के दर्शन हेतु पहुंचे। यह दर्शन भी रथ यात्रा के पारंपरिक अनुष्ठानों का अहम हिस्सा है।
केंद्रीय मंत्री और सांसद भी पहुंचे
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, गजेंद्र सिंह शेखावत, पुरी के सांसद संबित पात्रा सहित कई मंत्री और नेता पहांडी रस्म के साक्षी बने।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
करीब 10,000 सुरक्षाकर्मी पुरी में तैनात किए गए हैं। ओडिशा के पुलिस महानिदेशक वाईबी खुरानिया ने बताया कि रथ यात्रा की निगरानी के लिए 275 से अधिक एआई-सक्षम सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक संजय कुमार ने बताया कि हाल ही में पहलगाम हमले के बाद अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। सुरक्षा में आरएएफ, केंद्रीय अर्धसैनिक बल, एनएसजी स्नाइपर, ड्रोन रोधी सिस्टम, कोस्ट गार्ड और डॉग स्क्वॉड भी शामिल हैं।
अन्य राष्ट्रीय खबरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें