फर्जी खबर छापने के आरोप में मप्र के दो पत्रकारों को हिरासत में लेने की कांग्रेस नेता ने की आलोचना

फर्जी खबर छापने के आरोप में मप्र के दो पत्रकारों को हिरासत में लेने की कांग्रेस नेता ने की आलोचना
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भोपाल, 18 अक्टूबर 2025 (भाषा)

पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव ने फर्जी समाचार प्रकाशित करने के आरोप में राजस्थान पुलिस द्वारा मध्यप्रदेश के दो पत्रकारों को हिरासत में लेने की कड़ी आलोचना की है और इसे ‘‘लोकतंत्र पर हमला’’ बताया।

आनंद पांडे और हरीश दिवेकर हिरासत में

राजस्थान पुलिस ने शुक्रवार को भोपाल से आनंद पांडे और हरीश दिवेकर को हिरासत में लिया। इन दोनों पर अपने न्यूज पोर्टल ‘द सूत्र’ पर राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी के खिलाफ कई फर्जी और मानहानिकारक खबरें प्रकाशित करने तथा उन्हें (खबरें) हटाने के लिए पांच करोड़ रुपये मांगने का आरोप है।

दोनों पत्रकारों पर करोड़ों रुपये की मांग का आरोप

शिकायतकर्ता का आरोप है कि दोनों पत्रकारों ने उपमुख्यमंत्री के परिचितों से संपर्क कर झूठी रिपोर्ट हटाने और भविष्य में ऐसी खबरें न प्रकाशित करने के लिए करोड़ों रुपये की मांग की थी। जयपुर पुलिस ने एक बयान में कहा कि इन पत्रकारों ने मांग पूरी न होने पर दीया कुमारी की राजनीतिक और सामाजिक छवि को नुकसान पहुंचाने की धमकी भी दी थी।

लोकतंत्र खतरे में : अरुण यादव

कांग्रेस नेता अरुण यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट कर कहा, ‘‘जब सच बोलने वाले पत्रकार जेल में हों और झूठ फैलाने वाले आजाद घूम रहे हों, तो समझ लीजिए कि लोकतंत्र खतरे में है।’’ उन्होंने कहा कि पांडे और दिवेकर को हिरासत में लेना ‘‘लोकतंत्र पर सीधा हमला’’ है।

सच्चे पत्रकार सत्ता से समझौता नहीं करते : अरुण यादव

यादव ने कहा, ‘‘सूत्र की ‘टैगलाइन’— हम सिर्फ भगवान से डरते हैं’—भाजपा सरकार को सबसे अधिक डराती है, क्योंकि सच्चे पत्रकार सत्ता से समझौता नहीं करते।’’ राजस्थान पुलिस के अनुसार यही भ्रामक सामग्री ‘द कैपिटल’ नामक एक अन्य वेब पोर्टल पर भी प्रसारित की गई थी।

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